विकिरण की पदार्थ के साथ क्रिया निम्नलिखित तीन प्रकार से हो सकती है-
- उद्दीपित अथवा प्रेरित अवशोषण
- स्वतः प्रवर्तित उत्सर्जन
- उद्दीपित अथवा प्रेरित उत्सर्जन
उद्दीपित अथवा प्रेरित अवशोषण
हम जानते हैं कि कोई भी परमाणु विभिन्न निश्चित ऊर्जा अवस्थाओं में रह सकता है, माना हमारे पास दो ऊर्जा स्तर E1व E2है, ऊर्जा स्तर E2का मान E1से ज्यादा है तथा सभी परमाणु अपनी सामान्य अवस्था में E1में रहते हैं, यदि कोई फोटोन जिसकी आवृति v है सामान्य अवस्था वाले परमाणु द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है तो यह परमाणु उत्तेजित अवस्था में आकर E2अवस्था में चला जाता है यह प्रक्रिया उद्दीपित अथवा प्रेरित उत्सर्जन कहलाती है तथा अवशोषित फोटोन उद्दीपक फोटोन कहलाता है ।

hv=E1-E2
परमाणु के उत्तेजित अवस्था में पहुंचने के बाद वह बहुत कम समय के लिए ही वहां पर रहता है तथा वह अपनी सामान्य अवस्था में आ जाता है।
स्वतः प्रवर्तित उत्सर्जन
अभी हमने जाना कि कोई भी परमाणु अपनी उत्तेजित अवस्था में बहुत अधिक समय तक नहीं रह सकता है जब वह अपनी मूल अवस्था में आता है तो वह v आवृत्ति के फोटोन उत्सर्जित कर देता है, इस प्रकार का विकिरण स्वतः प्रवर्तित विकिरण कहलाता है। उत्तेजित फोटोन किसी भी दिशा में गति कर सकता है, परमाणुओं की उत्तेजित अवस्था से सामान्य अवस्था में कूदने की दर उत्तेजित अवस्था में परमाणुओं की संख्या के अनुक्रमानुपाती होती है

hv=E2- E1
उद्दीपित अथवा प्रेरित उत्सर्जन
यदि कोई परमाणु है पहले से भी अपनी उत्तेजित अवस्था में है उस पर कोई फोटोन गिरता है तो वह परमाणु मूल अवस्था में आ जाता है तथा इस क्रिया में दो फोटोन उत्सर्जित होते हैं, इस प्रकार के उत्सर्जन को उद्दीप्त अथवा प्रेरित उत्सर्जन कहते हैं। उत्सर्जित फोटोन कि दिशा उद्दीपित फोटोन की संचरण की दिशा में होती है तथा इन दोनों की ऊर्जा समान होती है।

Q&A
उद्दीपित अथवा प्रेरित अवशोषण क्या है?
सामान्य अवस्था वाले परमाणु द्वारा आपतित फोटोन को अवशोषित कर उत्तेजित अवस्था में चले जाना उद्दीपित अवशोषण कहलाता है।
स्वतः प्रवर्तित उत्सर्जन क्या है?
उत्तेजित अवस्था में उपस्थित परमाणु द्वारा फोटोन उत्सर्जित करके स्वतः सामान्य अवस्था में आना स्वतः प्रवर्तित उत्सर्जन कहलाता है।
उद्दीपित अथवा प्रेरित उत्सर्जन क्या है?
उत्तेजित अवस्था में उपस्थित परमाणु पर जब कोई फोटोन आपतित होता है तो दो फोटोन में उत्सर्जित होते हैं जिसे उद्दीपित उत्सर्जन कहते हैं।