विद्युत क्षेत्र को प्रति इकाई आवेश में विद्युत बल के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है।
इसका का सूत्र निम्न प्रकार है
समरूपी विद्युत क्षेत्र- वह क्षेत्र जिसमें प्रत्येक बिंदु पर परीक्षण आवेश सम्मान बल का अनुभव करें।
असमरूपी विद्युत क्षेत्र- वह विद्युत क्षेत्र जिसके विभिन्न बिंदुओं पर परीक्षण आवेश विभिन्न बलों का अनुभव करें।
परिवर्ती विद्युत क्षेत्र- वह विद्युत क्षेत्र जिस में उपस्थित बिंदुओं पर आवेश समय के साथ परिवर्तित हो।
अपरिवर्ती विद्युत क्षेत्र- वह विद्युत क्षेत्र जिस में उपस्थित बिंदुओं पर आवेश समय के साथ परिवर्तित नहीं हो सदैव नियत बना रहे।
विद्युत क्षेत्र के किसी बिंदु पर प्रत्येक बिंदु परीक्षण धन आवेश पर लगने वाले बल को उस विद्युत क्षेत्र की तीव्रता कहते हैं, यदि किसी बिंदु पर परीक्षण आवेश q पर F बल लग रहा हो तो,
विद्युत क्षेत्र की तीव्रता E= F / q
यह एक सदिश राशि है जिसका S.I. मात्रक न्यूटन/कूलाम होता है।
विद्युत क्षेत्र को प्रदर्शित करने के लिए फैराडे ने विद्युत बल रेखाओं का उपयोग करें, जिस स्थान पर विद्युत रेखाएं पास पास होते हैं वहां विद्युत क्षेत्र की तीव्रता अधिक होती है, परंतु जिस स्थान पर रेखाएं दूर दूर होती हैं उसी स्थान पर पर दो क्षेत्र की तीव्रता कम होती है।
विद्युत क्षेत्र क्या है?
विद्युत आवेश के चारों ओर का वह क्षेत्र जिसमें किसी दूसरे आवेश को रखने पर वह आकर्षण अथवा प्रतिकर्षण बल का अनुभव करता है, विद्युत क्षेत्र कहलाता है।
विद्युत क्षेत्र की तीव्रता सूत्र क्या है?
विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का सूत्र E= F / q है।